गंगा नदी मैं मिल रही लाशें बहुत अहम सवाल खड़ा कर रही हैं। सवाल ये कि क्या कोरोना से मौत के आंकड़े छिपाये जा रहे हैं ? जानीये क्या है इसकी सचाई इंडिया जानकारी पर। बिहारके बक्सर मैं गंगा नदी मैं लाशों का अंबार लगा है। एक साथ कई शव मिल रहे हैं। ये शव सवाल खड़े करते हैं कि आखिर ये सब आयी कहाँ से ? और क्या है इसके पीछे की सचाई ? बक्सर के चौसा मैं महादेव घाट पर गंगा मैं इन शवों के ढेर ने ये बयान कर दिया कि ये महामारी कितनी बड़ी है।
चौसा के पास के करीब गंगा नदी के किनारे घाट पर 1, 2 नहीं बल्कि कई सारे शव बहते नज़र आये। और इन्ही शवों की गिनती , ये कहा से आ रहे हैं ? और ये शव किनके हैं ? सब सवालों पर लोगों और प्रशासन की ज़ुबान पर अलग अलग ब्यान है। हालाँकि जब इस पुरे मामले की जानकारी प्रशासन को लगी , तो ज़िला प्रशासन के कान खड़े हो गए और लाशों के अंबर पर इधर उधर के जवाब देने का सिलसिला भी शुरू हो गया। घाट के करीब की स्थानीय जनता के दावे कुछ और ही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है की लाशें 100 से ज़ादा है। अब सवाल है कि आखिर ये शव कहा से आ रहे हैं ? बक्सर , बिहार का प्रशाशन अपनी दलील मैं इसे उत्तर प्रदेश के लोगों का शव बताता है। सवाल तो येही है की ये सभी शव सरकारी फाइलों मैं दर्ज मौत के आंकड़ो मैं शामिल है या नहीं ? अगर शामिल है तो ये शव यहां तक कैसे आये ?
